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Gangrape Case के आरोपी से ₹2 Lakhs की रिश्वत लेते पकड़ा गया Lucknow Police का Sub Inspector, Video हुआ Viral
Lucknow Police Bribe Case में Anti-Corruption Organization ने Sub Inspector Dhananjay Singh को रंगे हाथों ₹2 लाख की रिश्वत लेते हुए पकड़ा। Viral वीडियो ने यूपी पुलिस पर भ्रष्टाचार के गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पूरा मामला यहां Folks Vaani पर जानें।
Uttar Pradesh के Lucknow की एक ऐसी खबर जो आपको अफसोस के साथ गुस्सा भी दिला देगी, Lucknow के एक Police Sub Inspector (SI) को ACO (Anti-Corruption Organisation) ने रंगे हाथों पकड़ा है। आरोप है कि उसने एक Gangrape case के आरोपी से ₹2 लाख रिश्वत मांगी थी, ताकि उस आरोपी का नाम मामले से हट जाए। पूरा Video सामने आया है और Social Media Platforms पर तेजी से Viral भी हो रहा है।

इस घटना का खुलासा तब हुआ जब Anti-Corruption Organisation को एक शिकायत मिली, जिसमें ये बात कही गई थी कि SI Dhananjay Singh, जो Lucknow के Mahanagar थाने के Paper Mill Colony के Police Outpost में तैनात है, आरोपी से मदद के नाम पर ₹2 लाख रिश्वत मांग रहा था। ACO ने शिकायत की गहराई से जाँच की और 29 अक्टूबर 2025 की शाम को एक Sting Operation किया।
Sting Operation में ACO टीम ने दो PWD विभाग के सरकारी गवाहों को शामिल किया, ताकि ट्रैप कानूनी और मजबूत बनाए। पैसे देने वाला आरोपी (जिसके नाम रिपोर्ट्स में Prateek Gupta बताया गया है) ₹500 के 400 नोट (कुल ₹2 लाख) लेकर ACO टीम के पास आया। नोटों को पहले Phenolphthalein powder से mark किया गया था ताकि बाद में सबूत के तौर पर उनकी पहचान की जा सके।
Video में साफ देखा जा सकता है कि आरोपी ACO गवाहों की उपस्थिति में ₹2 लाख के बंडल SI के desk पर रखता है। SI Dhananjay Singh हाव-भाव से उसे निर्देश देता है कि पैसा file में डाल दिया जाए। जैसे ही नोट फ़ाइल में रखे जाते हैं, ACO टीम अचानक दखल देती है और SI Dhananjay Singh की धरपकड़ कर लेती है।
पकड़े जाने के बाद SI Dhananjay Singh के हाथों पर Sodium carbonate test किया गया, और उसका हाथ गुलाबी हो गया जो यह साबित करता है कि उसने वही mark किए गए नोट छुए थे। ACO की टीम ने वही marked नोट बरामद किए जो Sting Operation के दौरान इस्तेमाल किए गए थे।
Navbharat Times की रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि SI Dhananjay Singh ने रिश्वत की मांग सिर्फ पैसों के लिए नहीं की थी, बल्कि आरोपी का केस “final report” में फेवर करना चाहता था , मतलब आरोपी को Gang Rape मे फायदा देने के लिए।
यह खबर इसलिए भी दिल दहला देने वाली है क्योंकि यह सिर्फ भ्रष्टाचार की कहानी नहीं है, यह UP Police पर सवाल खड़ा करती है जिसे भरोसा के साथ जोड़कर देखा जाता है। एक UP Police SI, जो कानून का हिस्सा है, उसी कानून को मोड़ने की कोशिश कर रहा था ताकि आरोपी को बचाया जा सके।
Social Media Platforms पर इस video के सामने आने के बाद लोगों की नाराज़गी चरम पर पहुंच गई है। Reddit पर एक यूज़र ने लिखा:
“That police officer was smiling while taking the money which feels disgusting. He was supposed to deliver justice, not take bribes.” Reddit
इस बीच, UP Police ने भी जवाब देना शुरू कर दिया है। ACO और Lucknow पुलिस कमिशनर ऑफिस ने मिलकर बयान जारी किया है कि “कार्रवाई होगी और भ्रष्ट अधिकारियों को सबक मिलेगा।” कहा जा रहा है कि SI Dhananjay Singh को Prevention of Corruption Act के तहत कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
इस पूरे मामले ने एक बार फिर यह सवाल उठाया है कि अगर वही लोग जो कानून बनाते हैं, उसे तोड़ने लगें, तो आम आदमी का UP Police पर विश्वास कैसे बना रहेगा? पीड़िता और उसके परिवार के लिए यह सिर्फ एक व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है, यह उस Government System की लड़ाई है जो उन्हें न्याय देना चाहता था, लेकिन हार सकता है अगर भ्रष्ट-पुलिस उसकी दीवार बने।
Lucknow Police Bribe Case सिर्फ Corruption पर पकड़ नहीं है, यह न्याय प्रणाली की आत्मा की परीक्षा है। हम यह अपील करते हैं कि ACO और पुलिस उच्च स्तर पर पारदर्शिता दिखाएं, जांच को सार्वजनिक करें और यह सुनिश्चित करें कि दोषियों को न सिर्फ गिरफ़्तार किया जाए, बल्कि उन्हें सज़ा भी पूरी मिले।
Lucknow Police Bribe Case FAQs
Q1: यह रिश्वत कब और कैसे पकड़ी गई?
ACO ने 29 अक्टूबर को स्टिंग ऑपरेशन चलाया। उसमें आरोपी ने ₹2 लाख नकद नोट लाकर SI को दिए, जो फ़ाइल में छिपा दिए गए। उसी दौरान ACO ने SI को गिरफ्तार कर लिया।
Q2: किस पुलिस अधिकारी को आरोपी माना गया है?
जांच में पकड़ा गया सब-इंस्पेक्टर Dhananjay Singh है, जो Mahanagar पुलिस स्टेशन के Paper Mill Colony आउटपोस्ट में तैनात था।
Q3: रिश्वत की रकम क्यों मांगी गई थी?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, रिश्वत इस लिए मांगी गई थी कि SI आरोपी का नाम gangrape केस रिपोर्ट (final report) से हटा दे, ताकि उस पर मामला कमजोर पड़े।
Q4: क्या वायरल वीडियो ऑथेंटिक है?
हाँ — Free Press Journal और ACO की अपनी जांच रिपोर्ट इस वीडियो की पुष्टि करती हैं। वीडियो में SI को पैसे स्वीकार करते और उन्हें फ़ाइल में छिपाते दिखाया गया है।
Q5: अब आगे क्या होगा?
SI पर Prevention of Corruption Act के तहत मामला दर्ज किया जाएगा। ACO और पुलिस कमिश्नरेट ने यह कहा है कि जांच पूरी हो रही है और दोषियों को कड़ी सज़ा मिलेगी।
Folks Vaani Opinion
Folks Vaani की नज़र में, Lucknow Police Bribe Case सिर्फ व्यक्तिगत भ्रष्टाचार का मुद्दा नहीं है, यह UP Police Department में अंदरूनी विश्वासघात की कहानी है। एक ऐसा Insider जिसने कानून की चादर के नीचे सुरक्षा की आड़ में गैरकानूनी काम किया, उसने हमारी आस्था को हिलाया है।
लेकिन यह भी एक उम्मीद की किरण है, क्योंकि Viral Video और सार्वजनिक दबाव ने ACO को सक्रिय किया है, और न्याय की दिशा में पहला कदम उठाया गया है। इस केस में पारदर्शिता और जवाबदेही बनाये रखना जरूरी है। अगर जांच निष्पक्ष और गहराई से की जाती है, तो यह सिर्फ एक SI का गिरना नहीं होगा, यह corrupt के खिलाफ एक बड़ा सन्देश होगा कि शक्ति का गलत इस्तेमाल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
और हम, Folks Vaani पर, इस कहानी को आगे ले जाते रहेंगे, ताकि हर नागरिक जान सके, जागे और मांग सके कि न्याय सिर्फ काग़ज़ पर नहीं, हक़ीक़त में हो।
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